शायद फिर वो तक़दीर मिल जाये

शायद फिर वो तक़दीर मिल जाये;
जीवन के वो हसीं पल मिल जाये,
चल फिर से बैठें वो क्लास कि लास्ट बैंच पे;
शायद फिर से वो पुराने दोस्त मिल जाएँ ।